Sunday 27 April 2008

जबसे तुमसे प्यार हुआ है

Wrote this again in the last BS class i would ever get (unless i repeat the semester). I love BS i must say because it bores you so much that you are bound to be creative ;)
Do read and Critisize.

Date: 25/04/2008

जबसे तुमसे प्यार हुआ है
कांटे भी खुशबू देते हैं
फूलों का तो कहना क्या

जेठ धूप प्यारी लगती है
छांह का तो कहना क्या
मुश्किल भी आसां लगती है
आसां का तो कहना क्या
शत्रु भी अब मित्र लगे
यारों का तो कहना क्या
दुःख भी अब सुख लगे
खुशियों का तो कहना क्या
जबसे तुमसे प्यार हुआ है
कांटे भी खुशबू देते हैं
फूलों का तो कहना क्या

इनकार तेरा प्यारा लगता है
इजहार तो आया कहाँ
ये दुनिया प्यारी लगती है
सपने पूरे हुए कहाँ
जबसे तुमसे प्यार हुआ है
कांटे भी खुशबू देते हैं
फूलों का तो कहना क्या

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